पीरियड में कितने दिन बाद पूजा करना चाहिए
हिंदू शास्त्रों में यह बताया गया है कि महिला को जब पीरियड शुरू हो जाते हैं तब से लेकर जब तक पीरियड खत्म नहीं हो जाती है तब तक महिला को पूजा पाठ नहीं करनी चाहिए ऐसा करने से कई तरह की दुखद घटना भी घट सकते हैं । इसलिए महिला को खासतौर पर इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए दोस्तों नमस्कार स्वागत है हमारे इस टॉपिक में और यह टॉपिक में आज हम इसी के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं कि Piriyad Me Kitne Din Dad Puja Karna Chahiye आज हम पीरियड से हर एक छोटी-मोटी जानकारी बताना जा रहा हूं। यदि आप इन जानकारी को पढ़ना चाहते हैं आप पसंद करते हैं हां इसे रिलेटेड कोई जानकारी सीखना चाहते हैं तो हमारा इस टॉपिक को तुरंत जरूर पढ़ें।
पीरियड में कितने दिन बाद पूजा करना चाहिए
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हमारे देश में पीरियड से लेकर कई तरह के नियम कानून बनाए गए हैं अगर हम शास्त्रों की बात करें तो शास्त्रों में कई तरह के हमारे धर्म से बातें मिलती है। आपने यह भी तो सुना ही होगा हमारे घर के जो भी बड़े बुजुर्ग लोग होते हैं या कहते हैं कि पीरियड के दौरान मंदिर जाना शुभ नहीं माना जाता है मंदिर नहीं जाना चाहिए पीरियड के दौरान किसी भी तरह की पूजा पाठ नहीं कर सकते हैं। काफी वर्षों से हम इस बात को लेकर आ रहे हैं लेकिन क्या आपके मन में भी यह सवाल पूछ रहा है कि पीरियड के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए। और क्या पीरियड खत्म होने के बाद तुरंत मंदिर जाना चाहिए इसका कारण यदि आप जानना चाहते हैं तो लिए आज का इसी टॉपिक में हम इसी के बारे में जानकारी शेयर करने वाला हूं।
पीरियड के समय मंदिर क्यों नहीं जाना चाहिए।
हिंदू शास्त्र में पीरियड से लेकर कई बातें की गई है लेकिन मुख्य तौर पर या कहा गया है कि पीरियड के दौरान मंदिर बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए। खासतौर पर शास्त्र में यह कहा जाता है कि पहले जब महिलाएं को पीरियड होती थी तो वह शारीरिक रूप से काफी अस्वस्थ हो जाती थी। और पहले के समय में पानी की काफी समस्या थी जिसके वजह से लोगों को नदी में जाकर ही स्नान करना पड़ता था। और ऐसे में पीरियड के दौरान रक्तस्राव से नदी का पानी का अपमान हो जाता और वह दूषित माना जाता और इसलिए पीरियड में महिलाएं को घर पर ही रहने की सलाह दी जाती थी और ऐसे में महिला का स्नान नहीं कर पाने के कारण हुआ शुद्ध नहीं मानी जाती थी इसलिए पीरियड के दौरान महिला को मंदिर में जाने से मन की जाती है। और महिला को पीरियड के दौरान मंदिर में प्रवेश नहीं करनी चाहिए।
पीरियड के बारे में यह बातें मिली है।
हमारे हिंदू ग्रंथ में यह बातें बताई गई है यदि कोई भी महिला पीरियड में मंदिर जाकर पूजा पाठ करती है और वह भगवान की मूर्तियां छोटी है तो क्या मूर्ति अपवित्र मानी जाएगी किस लिए ग्रंथ में भी यह बताई जाती है कि पीरियड के दौरान महिलाएं कोई घर में रहने के लिए स्लाह दी जाती है। मान्यता के अनुसार यह भी बताया जाता है कि यदि पीरियड के दौरान महिला घर से बाहर निकलती है तो उन्हें बीमारियां भी हो सकती है। क्योंकि पीरियड के दौरान महिला की शरीर काफी कमजोर हो जाती है। इसलिए हिंदू ग्रंथो में यह बताया है कि पीरियड के दौरान मंदिर नहीं जानी चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार कितने दिन बाद मंदिर पूजा करने जाना चाहिए।
शास्त्रों द्वारा यह मानता है कि हर एक महिलाएं का पीरियड अलग-अलग डेट की होती है वैसे मैं हम यह समझ लेते हैं कि यदि कोई भी महिला की पीरियड 3 दिन की डेट है तो उसे चौथे दिन नहा धोकर अच्छी तरह से बाल धोकर पूजा करने के लिए जाना चाहिए और कुछ महिलाएं का एक सप्ताह तक रहते हैं उसे रात में दिन में नहा धोकर मंदिर जाना चाहिए। हमारे हिंदू शास्त्र अनुसार सही बताया जाता है कि पीरियड खत्म होने के बाद ही आप मंदिर में पूजा कर सकती है।
पीरियड के बारे विज्ञान क्या कहता है।
यदि हम विज्ञान की बात किया जाए तो विज्ञान में एक ही बात बताते हैं यह है की साफ सफाई विज्ञान में या नहीं कहता है कि आप मानसिक धर्म के इस दिन का मानसिक धर्म खत्म होने के बाद मंदिर जाना उचित माना जाता है कैसा कुछ भी विज्ञान नहीं कहते हैं लेकिन विज्ञान या जरूर कहते हैं कि पहले के समय में महिलाएं को स्नान करने में काफी परेशानी होती थी जिसकी वजह से महिलाएं को पीरियड के दौरान घर में रहने की सलाह दी जाती थी। लेकिन विज्ञान अभी आज के समय में क्या बताते हैं कि महिला को मंदिर जाने से कोई रोक नहीं है क्योंकि महिला को सर पीरियड के समय में साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए यदि कोई भी महिला पीरियड के दौरान पूजा पाठ करना चाहती है तो सबसे पहले वह स्नान करके मंदिर जाकर तुरंत पूजा करके आ सकती है डिजाइन में अभी के समय में यही चीज बताते हैं।
पीरियड में मंदिर क्यों नहीं जाना चाहिए,
पीरियड के दौरान महिला के शरीर वर्चित माना जाता है जब तक वह स्नान नहीं करती है तब तक उनका शरीर वर्जित माना जाता है। इसलिए पीरियड के दौरान महिलाएं मंदिर जाना अशुभ माना जाता है। इसलिए महिलाएं मंदिर नहीं जा सकती है?
पीरियड के तीसरे दिन मंदिर जाना उचित माना जाता है।
कई महिला के मन में यह सवाल चलता है कि क्या आज हम पीरियड हो गई हो तो क्या मैं पूजा पाठ कर सकती हूं या तीन दिन तक में पूजा कर सकती हूं नहीं जब तक महिलाएं पीरियड में है तब तक पूजा पाठ मंदिर नहीं जा सकती है।
पीरियड के 5 वे दिन मंदिर जा सकते हैं।
पीरियड के पांचवें दिन मंदिर क्या जा सकते हैं यदि आपका पीरियड पांचवें दिन खत्म हो जाते हैं तो आप नहा धोकर मंदिर जा सकते हैं यदि आपका पीरियड एक सप्ताह तक चलते रहते हैं तो ऐसे में आप मंदिर नहीं जा सकते हैं
निष्कर्ष।
दोस्तों आज का जानकारी में हमने यह बताया है कि पीरियड के दौरान मंदिर जाना चाहिए या नहीं पीरियड के दौरान मंदिर कितने दिन बाद जाना चाहिए इसे हर एक छोटी-मोटी जानकारी आप जानना चाहते हैं तो हम आज इस टॉपिक में हर एक छोटी-मोटी जानकारी के बारे में बताया हूं यह जानकारी पढ़कर आपको अच्छा लगा हो तो सोशल मीडिया पर और दोस्तों के पास शेयर जरूर करें ।
FAQ
Q,क्या पीरियड में पूजा कर सकते हैं।
क्या पीरियड में पूजा कर सकते हैं नहीं दोस्तों पीरियड के दौरान कोई भी महिला को पूजा पाठ नहीं करनी चाहिए क्योंकि पूजा पाठ पीरियड के दौरान करना अशुभ माना जाता है।
Q,पीरियड में क्या क्या नहीं छूना चाहिए।
पीरियड के दौरान महिलाओं को काफी सावधानियां रखनी होती है महिला को पूजा पाठ पूजा रूम मूर्ति आरती की थाली भगवान की फोटो तुलसी पत्ता यह सब नहीं छूना चाहिए क्योंकि पीरियड के दौरान यह सब छूना अशुभ माना जाता है।
Q, पीरियड के पांचवे दिन संबंध बनाने से क्या होता है।
पीरियड के पांचवें दिन संबंध बनाने से क्या होता है अधिक पीरियड आपका पांचवें दिन में खत्म हो जाते हैं तो महिला स्नान करने के बाद आदि महिला के साथ संबंध बनाते हैं तो इसे प्रेगनेंसी की चांस से हंड्रेड परसेंट बढ़ जाती है। यदि कोई भी महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो रहे हैं तो पीरियड पांचवें दिन खत्म होने के बाद उसके साथ संबंध बनाने से महिला गर्भवती बन जाती है।
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महिला को पीरियड में मंदिर क्यों नहीं जाना चाहिए।
पीरियड में मंदिर जाना चाहिए या नहीं
पीरियड के समय महिला को मंदिर जाना अशुभ क्यों माना जाता है।
पीरियड के समय महिला को क्या नहीं करना चाहिए ।
पीरियड के समय महिला को क्या नहीं छूना चाहिए।
पीरियड के समय महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए पीरियड के दौरान महिला को कितने दिन बाद मंदिर में पूजा पाठ करनी चाहिए।
क्या पीरियड मैं मंदिर जा सकती हूं।
क्या पीरियड के दौरान में मूर्ति को छू सकती हूं।
पीरियड होने के बाद हमें कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए पीरियड के समय हमें पूजा पाठ करने से क्या होता है।
क्या हमें पीरियड के समय पूजा पाठ नहीं करनी चाहिए।
पूजा पाठ करने से क्या होता है।
पीरियड कितने दिन में समाप्त होता है ।
पीरियड के समय महिला को कब स्नान करना चाहिए।
पीरियड समाप्त होने के बाद संबंध बनाने से क्या होता है
पीरियड के समय संबंध बनाने से क्या होता है
पीरियड के समय महिला के पास सोना चाहिए या नहीं
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